शिवपुराण

शिवपुराण में तत्वज्ञान के संकेत
   एवं
शिव का वाचक एकाक्षर ओउम् मन्त्र 


 महाप्रलयकाल में केवल सत सद्ब्रह्म की सत्ता  

सदाशिव एवं प्रकृति द्वारा आगे की सृष्टि रचना

शिवा और शिव द्वारा त्रिगुणमयी पुत्रों की उत्पत्ति का निर्णय

प्रकृति के चौबीस जङ तत्व
साम्ब सदाशिव का बृह्मा को मोह संशय में डालना

ज्योतिर्मयलिङ्ग प्रकट होना

शिव का वाचक एकाक्षर ओउम् 

भगवान महेश का शब्दमय रूप को प्रकट करना

बृह्मा और विष्णु को शिव दर्शन से ऊँकार मन्त्रका साक्षात्कार 

शिव द्वारा बृह्मा , विष्णु  और रूद्र को सृष्टि, पालन, संहार कार्य

बृह्मा , विष्णु  और रूद्र  के आश्रय को वाग्देवी, लक्ष्मी, काली

बृह्मा , विष्णु  और रूद्र को सत्वगुण रजोगुण तमोगुण
शिव और बृह्मा, विष्णु, रूद्र भक्तों को भोग- मोक्ष कार्य
    
                    प्रत्येक जन्म में शिव में भक्ति हो ऐसी प्रार्थना  

दुर्लभ मनुष्य जीवन में तत्वज्ञान की महत्ता

बृह्मा जन्म और मृत्यु के भय से युक्त जीवों के सृष्टि कर्ता
शिव द्वारा कर्मों के अधीन दुख के समुद्र में डूबे जीवों का उद्दार 

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